
बिहार कि प्रमूख, मसहूर और पिछड़ो का मंच कहे जाने वाला क्षेत्रीय राजनीतिक दल राजद यानीं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के 28 साल पूरे हो रहे हैं, 5 जुलाई 1997 को राजद की स्थापना हुई थी. तब से आज यानी 2025 तक बिहार में राजद सक्रिय राजनीति कर रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के राष्ट्रिय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव स्थापना से लेकर अब तक इसके प्रमूख चेहरा हैं. लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में पार्टी की स्थापना दिल्ली में हुई थी. लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में रघुवंश प्रसाद सिंह, कांति सिंह, मोहम्मद शहाबुद्दीन, अब्दुल बारी सिद्दीकी समेत 17 लोकसभा और 8 राज्यसभा सांसदों, सैकड़ो वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में राजद की घोषणा की गई थी. स्थापना के साथ ही लालू प्रसाद यादव को पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. लालू प्रसाद यादव पार्टी के 28 वर्ष होने तक लगातार राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं. राजद के बारे में कहा जाता है कि राजद मतलब लालू प्रसाद यादव.
लालू यादव फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष
राजद समर्थकों के अनुसार, अब लालू प्रसाद को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की कवायद शुरू हो गई है। 5 जुलाई 1997 को राजद की स्थापना हुई थी। ऐसे में अगले 19 दिन बाद 5 जुलाई को राजद का राष्ट्रीय अधिवेशन पटना के बापू सभागार में होगा, जिसमें लालू यादव की राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर ताजपोशी होगी।
इसी महीने लालू यादव औपचारिक रुप से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिये नामांकन करेंगे। पार्टी में एक कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की चर्चा पर अब विराम लग गया है। लालू प्रसाद के बढ़िया स्वास्थ्य को देखते हुए अब किसी को कार्यकारी अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पार्टी के लिए फैसले लेते रहेंगे।
मंगनी लाल मंडल बने नए प्रदेश अध्यक्ष
वहीं इस साल के आखिरी में होने वाले बिहार विधान सभा चुनाव में पिछड़ा व अती पिछड़ा वोटरों को डायरेक्ट साधनें के लिए राजद ने अपने नए प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को बनाया गया हैं। बिहार में पहली बार किसी राजनीतिक दल का प्रदेश अध्यक्ष कोई अति पिछड़ा बना है।” यह बात कहते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के बारे में जानकारी दी। उन्होंने निर्विरोध राजद का प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने पर मंगनी लाल मंडल को मिठाई खिलाकर बधाई दी। इसके बाद सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार में किसी भी पार्टी द्वारा प्रथम बार “अतिपिछड़ा वर्ग” से प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। नेता प्रतिपक्ष ने लिखा कि राजद से अनुसूचित जाति वर्ग, मुस्लिम वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं अगड़ा वर्ग से पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है। अब अतिपिछड़ा वर्ग से संबंध रखने वाले वरिष्ठ एवं अनुभवी समाजवादी नेता मंगनीलाल मंडल को अध्यक्ष बनाया गया है। सर्वप्रथम किसी अतिपिछड़ा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का गौरव राजद को ही हासिल हुआ है.
अनुसूचित जाति (एससी) आयोग से लालू प्नोटिस
वहीं दुसरी तरफ, राज्य अनुसूचित जाति (एससी) आयोग ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान के मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को नोटिस दिया है। उनसे 15 दिन में स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। अगर लालू ने ऐसा नहीं किया, तो आयोग उन पर मुकदमा करेगा। यह मुकदमा अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत होगा। नोटिस, आयोग के उपाध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने भेजी है। इसमें कहा गया है कि-’’लगातार सोशल मीडिया में आपके जन्मदिन का एक वीडियो देखा जा रहा है, जिसमें आपके द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया जा रहा है. ऐसे में यह देखना रोचक हेगा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में राजद को अनुसूचित जाति वर्ग में निरासा के इस मामले का खामियाजा भूगतना पड़ेगा या नहीं.
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