
* उपाध्यक्ष धीरज वोट मिले-1789 निर्दलीय
* महासचिव सलोनी राज वोट मिले-4274 निर्दलीय
* संयुक्त सचिव रोहन कुमार वोट मिले- 2273 एनएसयूआई
* कोषाध्यक्ष सौम्या श्रीवास्तव वोट मिले-2707 एनएसयूआई
पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में नारी शक्ति का दबदबा रहा। सेंट्रल पैनल के पांच पदों में से तीन पर महिलाओं ने जीत हासिल की। पटना विवि के 107 साल के इतिहास में पहली बार अध्यक्ष पद पर किसी छात्रा एबीवीपी की प्रत्याशी मैथिली मृणालिनी ने जीत दर्ज की। मैथिली ने कांटे की टक्कर में एनएसयूआई के प्रत्याशी मनोरंजन कुमार राजा को 603 मतों से हराया। मैथिली को 3524 बोट, जबकि मनोरंजन को 2921 बोट मिले। महासचिव पद पर निर्दलीय उम्मीदवार सलोनी राज ने जीत हासिल की। सलोनी को 4274 वोट मिले हैं। दूसरे स्थान पर एबीवीपी के कित कुमार रहे, जिन्हें 1899 वोट मिले हैं। संयुक्त सचिव के पद पर एनएसयूआई समर्थित उम्मीदवार रोहित सिंह ने जीत हासिल की। इसने जन सुराज समर्थित उम्मीदवार अनु कुमारी को 182 वोट से हराया। अनु की बहन ने धांधली का आरोप लगाकर मतदान केंद्र परिसर में हंगामा किया और धरने पर बैठ गई। रोहन को 2273 वोट मिले। कोषाध्यक्ष पद एनएसयूआई की सौम्या श्रीवास्तव ने जीत हासिल की। उसे 2707 बोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे ओमजय को 1806 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद पर भी निर्दलीय उम्मीदवार धीरज और एवबीपी के सगुन के बीच कटि की टक्कर रही। धीरज 220 वोट से जीते। सेंट्रल पैनल के पांच पदों में दो पदों पर एनएसयूआई, दो पर निर्दलीय और एक पर एबीवीपी ने ने जीत हासिल की। मैथिली, सलोनी और सौम्या पटना वीमेंस कॉलेज की छात्रा रही हैं।
* इस बार 45.25% यानी कुल 8625 वोट डाले गए। पिछली बार 81.9% वोटिंग हुई। उससे पहले हुए छात्रसंघ चुनाव में 58.59 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। • हर बार की तरह इस बार भी लड़कों से अधिक लड़कियों के बीच वोटिंग को लेकर उत्साह दिखा। कई कॉलेजों में कुछ छात्रों का नाम वोटर लिस्ट में नहीं था, सो उन्हें वोट डालने नहीं दिया गया।
* पटना लॉ कॉलेज टॉप
चुनाव में सबसे अधिक पटना लॉ कॉलेज में 63.40% वोटिंग हुई। दूसरे नंबर पर पटना साइंस कॉलेज में 61.80% वोटिंग हुई। • सबसे अधिक वीमेंस कॉलेज में कुल 4461 वोटर में से 2345 छात्राओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
• सबसे कमजोर स्थिति वाणिज्य कॉलेज की रही। यहां 1354 वोटर में से 407 वोट पड़े। बीएन कॉलेज में 36.07% वोट पड़े।
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