
महाराष्ट्र कैबिनेट के विभागों के बंटवारे की आखिरकार घोषणा कर दी गई है। विरोधियों की आपत्ति के बावजूद धनंजय मुंडे को अहम विभाग मिला है। माणिकराव कोकाटे ने कैबिनेट में छगन भुजबल की जगह ली है और उन्हें कृषि विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
पिछले कुछ दिनों से रुका हुआ कैबिनेट विभागों का आवंटन आखिरकार पूरा हो गया। महायुति सरकार की ओर से मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद हिसाब-किताब का बंटवारा नहीं होने से विपक्षी दलों के नेता निशाना साध रहे थे। सत्र के दौरान विपक्षी नेताओं ने मांग की थी कि विभागों के इस आवंटन से पहले कैबिनेट में स्थान पाने वाले धनंजय मुंडे को मंत्री पद नहीं दिया जाना चाहिए। संतोष देशमुख हत्याकांड में खुलेआम वाल्मीक कराड को मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। चूंकि कराड धनंजय मुंडे के करीबी थे। इसलिए मांग थी कि उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं दी जानी चाहिए। हालांकि विभागों के आवंटन में उन्हें एक महत्वपूर्ण महकमें की जिम्मेदारी दी गई है। धनंजय मुंडे को बड़ी जिम्मेदारी
कैबिनेट में विभागों के बंटवारे में धनंजय मुंडे को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। धनंजय मुंडे पिछली सरकार में कृषि मंत्री थे। इस बीच एनसीपी नेता छगन भुजबल के खाते से कैबिनेट का पत्ता कटकर धनंजय मुंडे के पास आ गया है। जब कैबिनेट के शपथ ग्रहण से पहले सबसे आखिर में एनसीपी की ओर से दो नामों का ऐलान किया गया। इसमें धनंजय मुंडे और छगन भुजबल संशय में नजर आ रहे थे। लेकिन धनंजय मुंडे के नाम का तो ऐलान हो गया लेकिन छगन भुजबल का पत्ता कट गया। छगन भुजबल की जगह किसे मिला मौका?
एनसीपी की सूची में छगन भुजबल की जगह माणिकराव कोकाटे के नाम की घोषणा की गई। विभागों के आवंटन में माणिकराव कोकाटे को कृषि विभाग दिया गया है। शिंदे सरकार में यह विभाग धनंजय मुंडे के पास था। सत्र में बीजेपी विधायक सुरेश धस ने आरोप लगाया है कि इस विभाग में बड़ा फसल बीमा घोटाला हुआ है। धस ने कहा है कि फर्जी नाम का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है। कृषि मंत्री के रूप में धनंजय मुंडे का कार्यकाल उनकी मुश्किलें और बढ़ा सकता है।
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