
खान का जन्म 1993 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता एक सामान्य ठेकेदार के रूप में काम करते थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा देवरिया के भाटपार रानी के परमार मिशन स्कूल से पूरी की। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विज्ञान स्नातक (बीएससी) की डिग्री और उसके बाद मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी) की डिग्री हासिल की। इसके अतिरिक्त, उनके पास भूगोल में मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) की डिग्री है। खान सर, भारत के एक प्रमुख व जाने-माने शिक्षक हैं, जो अपनी अद्वितीय शिक्षण पद्धति और शिक्षा कि सुलभ गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता के कारण पूरे देशभर में जाने जाते हैं। वह देश के सबसे लोकप्रिय व छात्रों के पसंदीदा शिक्षक के साथ-साथ विश्व के सबसे बड़े एजुकेशन चैनल (डिजिटल) में शिक्षाविद है। खान सर की लोकप्रियता की शुरुआत पटना में स्थित उनके अनोखे कोचिंग संस्थान “खान जीएस रिसर्च सेंटर” से हुई। डिजिटल प्लेटफॉर्म की ताकत से उन्होंने व्यापक दर्शकों तक पहुँचने के लिए 2019 में एक YouTube चैनल लॉन्च किया। थोड़े ही समय में, उनके चैनल ने गजब की विकास किया, लाखों लोगों ने उनके आकर्षक वीडियो से सीखने के लिए चैनल को देखा। उनके अनोखे भोजपुरी-शैली के लहजे के साथ-साथ करंट अफेयर्स और अकादमिक विषयों पर व्यापक सामग्री ने उन्हें छात्रों के बीच जल्दी ही लोकप्रिय बना दिया। शिक्षा क्षेत्र में बढ़ती लोकप्रियता का कारण खान सर का सुलभ शिक्षा के प्रति समर्पण सबसे अलग है। अपने निःशुल्क शिक्षा मिशन को रोकने के लिए ₹107 करोड़ का आश्चर्यजनक प्रस्ताव मिलने के बावजूद, उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया। इसके बजाय, वे सिर्फ़ ₹200 का मामूली शुल्क लेना जारी रखते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सभी की पहुँच में बनी रहे और सुलभ शिक्षा सभी को प्राप्त हो। अपने शिक्षण प्रयासों से परे, खान सर ने सामाजिक बेहतरी के लिए कई पहल की हैं, जैसे पटना में “गोशाला” खोलना और छात्रों के लिए एक पुस्तकालय स्थापित करना। एक दोस्ताना, सुलभ शिक्षण शैली पर जोर देते हुए, उनका मिशन सभी को बिना किसी भेदभाव के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके।
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