
बिहार उपचुनाव में चारों सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो जाएंगी। इन चार सीटों में से तीन पर महागठबंधन का कब्ज़ा था। बेलागंज, रामगढ़ और तरारी के विधायक लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सांसद बन गए थे। इसके बाद ये सीटें खाली हो गई थीं। इमामगंज सीट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पास थी। महागठबंधन अपनी तीनों सीटें बचाने की कोशिश करेगा। वहीं NDA की नज़र अपनी सीट बचाने के साथ-साथ बाकी तीनों सीटों पर कब्ज़ा जमाने पर होगी। इस चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज भी पहली बार चुनावी मैदान में है। चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदान केंद्रों पर वोटर्स के लिए ज़रूरी इंतज़ाम किए गए हैं।
* रामगढ़ उपचुनाव 2024: राजद और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर, सुधाकर सिंह के सांसद बनने से खाली हुई ये सीट
कैमूर: रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में राजद और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। बहुजन समाजवादी पार्टी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटी है। आज वोटरों का मिजाज तय करेगा कि रामगढ़ इतिहास दोहराएगा या नया कुछ करेगा। रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह के बक्सर से सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हुई। आज इस सीट उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है।
* बेलागंज उपचुनाव: दो दिग्गजों में आमने-सामने की टक्कर, पीके की पार्टी ने बनाया त्रिकोणीय मुकाबला
गया: गया जिले की बेलागंज विधानसभा सीट पर राजद के पूर्व मंत्री और फिलवक्त जहानाबाद से पार्टी के सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव ने अपने बेटे विश्वनाथ यादव को टिकट दिलावाया है। यह सीट उन्हीं के सांसद बनने से खाली हुई थी और अब बेटे के रूप में उनकी ही प्रतिष्ठा दांव पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी को मैदान में उतारा है। प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी ने मो. अमजद को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि वोटिंग से पहले बेलागंज में राजद-जदयू के बीच आमने-सामने की टक्कर दिख रही।
* इमामगंज उपचुनाव: जीतन राम मांझी की प्रतिष्ठा दांव पर
गया: गया जिले की इमामगंज विधानसभा सीट को एनडीए ने हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा- सेक्युलर के खाते में ही रहने दिया है। यहां के विधायक रहे जीतन राम मांझी गया से सांसद चुने गए तो यह सीट खाली हुई। मांझी ने अपनी बहू और बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी दीपा मांझी को चुनावी मैदान में उतारा है। राजद प्रत्याशी रौशन मांझी हैं। जन सुराज पार्टी भी जितेंद्र पासवान को टिकट देकर चुनाव को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है।
Discover more from जन विचार
Subscribe to get the latest posts sent to your email.