
मोहनिया : रविवार को जब कैमुर में साइबर पुलिस भभुआ द्वारा साइबर पुलिस पोर्टल का अवलोकन किया जा रहा था तब ज्ञात हुआ कि कुछ मोबाइल नंबरों के द्वारा कर्नाटक और देश के अन्य राज्यों में पैसों की लेनदेन के नाम पर साइबर धोखाधड़ी की जा रही है जिसकी कंप्लेंट कर्नाटक से साइबर पोर्टल पर दर्ज करवायी गयी है।
पुलिस द्वारा तकनीकी जांच एवं विश्लेषण से अपराध कर्मियों का कैमूर के मोहनिया में रहने की बात पता चली, स्पेसल साइबर थाना द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अपनी टीम गठित के साथ घटना स्थल पर पहुंची जब पुलिस वहां पहुंची तो कुछ लोग फोन पर बात कर रहे थे और पुलिस को देखकर भागने का प्रयास करने लगे।
जिसे पुलिस के द्वारा घेराबंदी करके गिरफ्तार किया गया पूछताछ के क्रम में पता चला कि यह लोग कन्नड़ भाषा में बात करके ठगी का काम करते हैं साइबर अपराध कार्य करने के आरोप में पुलिस ने तत्काल 18 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया। इसमें 17 पुरुष एवं एक महिला है पूछताछ करने पर पता चला कि ईनमें से 15 अपराधी कर्नाटक के हैं और आठ बिहार के रहने वाले हैं।
जब पुलिस द्वारा अभीयुक्तों से शक्ति से पूछताछ किया गया तो पता चला कि इस गैंग के दो मास्टरमाइंड हैं, जिनमें कर्नाटक ग्रुप का मुखिया वेंकटेश जी है जो कर्नाटक एवं साउथ के अन्य राज्यों के लोगों को साइबर धोखाधड़ी करने के लिए बिहार लाता है इन लोगों के द्वारा ऑनलाइन लोन के लिए ऐड डालकर साइबर धोखाधड़ी की जाती है।
बिहार ग्रुप का मुखिया कौशल कुमार जो नालंदा जिला का रहने वाला है वह फिलहाल फरार चल रहा है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए एड़ी चोटी का जोड़ लगा रही है फिलहाल घटनास्थल से 41 मोबाइल 34 सिम कार्ड और सात एटीएम कार्ड के साथ-साथ पांच कॉपी जिसमें धोखाधड़ी कर बरामद रुपए का आंकड़ा रखा जाता था पुलिस द्वारा जप्त कर लिया गया है।
इस परिपेक्ष में कैमूर एसपी ललित मोहन शर्मा द्वारा बताया गया कि साइबर थाना द्वारा विभिन्न भारतीय न्याय संहिता की धाराओं में प्राथमिक की दर्ज की गई है गिरफ्तारी दल में गठित पुलिस बल में पुलिस उपाधीक्षक सह थानाअध्यक्ष अनिकेत अमर पुलिस निरीक्षक संजय कुमार रजक साइबर थाना, पुलिस निरीक्षक मनोज कुमार पाठक साइबर थाना एवं सिपाही नंदिनी आदि शामिल रहे
वही गिरफ्तार अपराधियों में बेंगलुरु के बनरघट्टा रोड निवासी वेंकटेश पिता गणेश,दूसरा सुरेश कुमार पिता नारायण रंगा स्वामी कुमार मैसूर कर्नाटक, तीसरा शशांक पिता नागराज नीलमाकानहाली जिला मांड्या कर्नाटक, चौथा गौथम पिता जोन डी वायावर कॉलोनी बेंगलुरू, पांचवा सम्राट पिता आनंदजानकी राम लिंगराजपुरम बेंगलुरू,छठा सिद्धार्थ पिता शानमुकामाराथाली बेंगलुरु, सातवां अरुण कुमार पिता चीना थंबी कृष्णा नगर बेंगलुरू, आठवां सतीश एस पिता शरण्या जानकी राम लिंगराजपुरम बेंगलुरू, आकाश डी पिता रवि बनेरघटा रोड बैंगलोर, दसवां मोनेष पिता लिंगा वनस्वादी बेंगलुरु कर्नाटक, ग्यारहवां मारलिंगा पिता राजू जानकीराम लिंगराजपुरम बनरघट्टा रोड, बारहवां मनोहर पिता अमुल राज ईलेक्ट्रीक सिटी बेंगलुरु, तरहवां अभिजित पिता भीम रेड्डी जानकीपुरम,चौदहवां जय कुमार पिता साखेर बनरघटा रोड बेंगलोर,पंद्रहवां पुष्पा आर पिता आनंद राजू चूनचूगट्टा बैंगलोर,सोलहवां नीतीश कुमार पिता चंद्रिका प्रसाद चौरसिया, 17वां राजीव कुमार पिता चंद्रिका प्रसाद चौरसिया,18वां दिनेश कुमार पिता रविंद्र प्रसाद तीनों कतरी सराय नालंदा के निवासी हैं।
फिलहाल मोहनिया जैसे छोटे शहर में इतने बड़े साइबर क्राइम को अनजान देने वालों की करतूत जानकर शहर वासी दातों तने उंगली दबा रहे हैं वही जिले के कई सामाजिक कार्यकर्ता पुलिस की इस बेहतरीन कामयाबी पर उसकी तारीफ करते नहीं थक रहे।
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