
दो पत्ती” एक हिंदी थ्रिलर फिल्म है जो नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है। इसमें काजोल और कृति सेनन मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म का निर्देशन शशांक चतुर्वेदी ने किया है और इसे कनिका ढिल्लों ने लिखा है। कहानी दो जुड़वां बहनों, सौम्या और शाइली, और एक पुलिस अधिकारी, विद्या ज्योति, के इर्द-गिर्द घूमती है।
अभिनय
कृति सेनन ने अपनी दोहरी भूमिका में गहराई और बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उन्होंने सौम्या और शाइली के विपरीत व्यक्तित्वों को बखूबी निभाया है। काजोल ने एक सख्त पुलिस अधिकारी के रूप में अपनी करिश्माई और तीव्रता भरी अदाकारी से दर्शकों को प्रभावित किया है।
कहानी
फिल्म की कहानी को कुछ समीक्षकों ने भ्रमित और असंगत बताया है। यह कई विषयों को एक साथ जोड़ने की कोशिश करती है, जिसमें भाई-बहन की प्रतिद्वंद्विता, घरेलू हिंसा, और कोर्टरूम ड्रामा शामिल हैं, लेकिन यह सब मिलकर एक सुसंगत कथा नहीं बन पाती है। कुछ समीक्षकों का मानना है कि फिल्म ने बहुत कुछ करने की कोशिश की, जिससे कहानी उतनी प्रभावशाली नहीं बन पाई।
घरेलू हिंसा पर सकारात्मक प्रभाव
फिल्म “दो पत्ती” घरेलू हिंसा के मुद्दे को उजागर करती है और इसके खिलाफ आवाज उठाने का संदेश देती है। यह दर्शकों को यह समझाने की कोशिश करती है कि घरेलू हिंसा के खिलाफ खड़ा होना कितना महत्वपूर्ण है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कानून और समाज का समर्थन मिल सकता है। इस प्रकार, यह फिल्म दर्शकों को प्रेरित करती है कि वे घरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाएं और पीड़ितों की मदद करें।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, “दो पत्ती” एक ऐसी फिल्म है जो मजबूत अभिनय प्रस्तुत करती है, विशेष रूप से कृति सेनन द्वारा, लेकिन कहानी कहने के मामले में थोड़ी कमजोर पड़ जाती है। हालांकि, घरेलू हिंसा के मुद्दे पर इसका सकारात्मक प्रभाव सराहनीय है। अगर आप मुख्य कलाकारों के प्रशंसक हैं और सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों में रुचि रखते हैं, तो यह फिल्म देखने लायक हो सकती है।
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