
बुधवार को भभुआ में बहुजन समाज पार्टी के जन्मदाता एवं संस्थापक कांशीराम के 18 वें परिनिर्माण दिवस पर लिच्छवी भवन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनका स्मरण करते हुए दलित और वंचित समाज को उनका हक दिलाने के लिए मजबूत संघर्ष का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष छोटेलाल राम ने किया।
उक्त अवसर पर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने लिच्छवी भवन में हजारों की संख्या में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मान्यवर कांशीराम जी ने अपनी पूरी ज़िंदगी अपने गुरुओं, संतों, बड़े- बुजुर्गों एवं विशेषकर परम पूज्यनीय डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए देशभर के करोड़ों दलितों, पीड़ितों, शोषितों आदिवासियों तथा उपेक्षित वर्गों को अपने पैरों पर खड़ा करने में बीता दी। उन्होंने बहुजनों, उपेक्षित वर्गों एवं अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकार सुनिश्चित करने के लिए अपने सुख-चैन तक का परित्याग कर दिया ताकि करोडों लोगों के जीवन में खुशियां आ सकें।
जब तक दलितों पर अत्याचार बंद नहीं होता, तब तक संघर्ष रहेगा जारी : अनिल कुमार
अनिल कुमार ने उनकी जीवनवृत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ. बाबा साहब अम्बेडकर एवं मान्यवर कांशीराम जी के दिखाए हुए मार्ग का ही नतीजा है, कि हम सबकी नेता बहन कुमारी मायावती के शासनकाल में कानून व्यवस्था के लिए बदनाम उत्तरप्रदेश में कानून का राज स्थापित हो पाया, जिससे कि सभी वर्ग, वर्ण, समुदायों को सुशासन का सुखद अनुभूति प्राप्त हुई। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं तात्कालिन BSP सुप्रीमो बहन मायावती ने अनेकों विकास कार्य को भलीभांति अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जो कि आज भी पूरे प्रदेश के लिए किसी आदर्श की तरह है।
अनिल कुमार ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की नीतीश कुमार की सरकार की मंशा बहुजनों, उपेक्षित वर्गो के समस्या का समाधान करना नहीं अपितू कमजोर करना है। लेकिन साथियों यह भूल गए है कि हम बहुजनों ने भारी से भारी विपत्ति को हंसते -हंसते अपने सीने पर लिया है। यह हमें कमजोर करने में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। आज भी दलितों , पिछड़े वर्गो के साथ होने वाले अत्याचार में कोई कमी नहीं आई है। बल्कि इसमें बढ़ोतरी ही हुई है। दलितों पर हो रहे अत्याचार के मामले में सुशासन का दावा करने वाली डबल इंजन की सरकार वर्षों से कान में रुई डालकर सोई हुई है। न – तो इनको दलितों, पीड़ितों की पीड़ा सुनाई देती है और न ही इन पर हो रहे अत्याचार दिखाई देता है।
पिछड़ों की हितेषी का दावा करने वाली सरकार वर्षो से धृतराष्ट्र बनकर तमाशबीन बनी हुई है। और यह स्थिति राज्य में तब है जब पिछड़ों की सरकार का ढ़ोल पीटा जा रहा है। देशभर में जिस तरह से दलितों पर अत्याचार बढ़ रहे है ऐसे में हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते है। आइए आज हम सभी इस मंच से संकल्प लें कि जबतक हमारे दलित परिवारों पर हमला बंद नहीं होता है। , उन्हें राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक तौर पर समानता नहीं मिलता है। तबतक हम सभी साथी बिना रुके बिना थके दिन रात अपने भाइयों, बहनों के हितों को रक्षा करने के लिए संघर्ष करते रहेंगे। इन्हीं बातों के साथ बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर एवं, मान्यवर कांशीराम जी के बताए हुए रास्ते पर चलते हुए समाज मे समानता को सुनिश्चित करेंगे।
सभा को साजिद हुसैन, अरुण कुमार, मानकी देवी, सुशील कुशवाहा, सतीश यादव उर्फ पिंटू यादव, विकास पटेल उर्फ लल्लू पटेल, धीरज कुमार सिंह, राम एकबाल राम, संतोष कुमार, ओम प्रकाश पांडेय, विश्वभर नाथ यादव, राजा खां, संतोष बिंद, राजू खरवार, सत्येंद्र पटेल, सत्येंद्र कुमार, सुग्रीव गुप्ता, मकसूद अली, भागीरथी पाल, विजय राम, गणेश राम इत्यादि ने भी संबोधित किया।
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