
बिहार चुनाव में पहले से ही कई पार्टियों व कई सामाजिक संस्थान अपना अपना दम भरते हुए ताल ठोक रहे हैं अभी बिहार राजनीति में ना एंट्री लिए प्रशांत किशोर को समझने की कोशिश कर ही रहा था कि अब चुनाव में भारत के प्रसिद्ध धर्मगुरु शंकराचार्य की एंट्री भी हो गई है
जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बिहार में सनातनी राजनीति का शंखनाद करते हुए गौ मतदाता संकल्प यात्रा निकालीं।
उन्होंने बिहार में सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी लडाने की बात कहते हुए दावा किया कि सभी गौ भक्त लड़ेंगे आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
वही शंकराचार्य गौ भक्तो का चुनाव प्रचार खुद करेंगे। सनातनी हिन्दुओं से करेंगे गौ माता को राष्ट्र माता घोषित कराने के लिए गौ भक्तो के लिए मतदान की अपील।
एक सभा को संबोधित करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि “सनातन धर्म की रक्षा तभी संभव है जब हम गौ माता का संरक्षण करेंगे। गौ रक्षा हमारी आस्था का विषय ही नहीं, बल्कि यह हमारे समाज और संस्कृति की भी आधारशिला है।”
उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में केवल उन्हीं प्रत्याशियों को वोट दें, जो गौ रक्षा को लेकर स्पष्ट और दृढ़ संकल्पित हों। शंकराचार्य ने बताया कि हम सभी राष्ट्रीय पार्टी के दिल्ली कार्यालय पर गये और पूछा कि गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए अपना पक्ष लोक सभा सदन में रखिए और अपने पक्ष को हमें बताइए लेकिन अभी किसी भी राजनीतिक दल ने अभी तक अपना पक्ष गौ माता के विषय में नहीं बताया।
इसलिए अब मजबूरी में हमें बिहार विधानसभा चुनाव में गौ भक्त प्रत्याशी उतारना पड रहा है, शंकराचार्य ने यह भी घोषणा की कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में सभी विधानसभा क्षेत्रों से अपने उम्मीदवार खड़े करेगे। उन्होंने कहा कि नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद औपचारिक रूप से यह बताया जाएगा कि कौन-कौन उम्मीदवार उनके तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं।
परिसर में आयोजित यह कार्यक्रम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माहौल से परिपूर्ण रहा। भक्तों ने शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज के संदेश को श्रद्धा और उत्साह के साथ आत्मसात किया। उक्त जानकारी शंकराचार्य महाराज के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने देते हुए कहा कि स्वामी जी बिहार के सभी विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशियों का प्रचार स्वयं करेंगे।
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