
निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को एकबार फिर राहुल के मंच पर जगह नहीं मिली। सोमवार को पटना में हुए वोटर अधिकार मार्च में राहुल गांधी की कोऑर्डिनेटर ने उन्हें गाड़ी में चढ़ने से रोक दिया। मंच पर जगह नहीं मिलने के बाद सड़क पर कुर्सी लगाकर उन्हें बैठना पड़ा।
पूरे मामले पर एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘मैं राहुल-प्रियंका का सच्चा सिपाही हूं। रही बात मंच पर बैठने की बात तो वहां महागठबंधन के चुनिंदा नेताओं के बैठने की व्यवस्था थी। मैं बचपन से सड़क पर चलता हूं और मेरी पहचान किसी कुर्सी से नहीं है।’
वहीं बार-बार कांग्रेस और महागठबंधन की ओर से इग्नोर किए जाने के सवाल पर कहा, ‘मैं एक बात बता दूं, मेरी दुर्गति का सबसे बड़ा कारण यादव और मुसलमान हैं। यादव को लगता है लालू यादव उनके नेता हैं, पप्पू यादव बाद में पैदा हुआ है।
‘मुसलमान हमको अपना घर और परिवार का मानता है, मुसलमान का जो ट्रस्ट है हमको लेकर के हम ओपन कहते हैं वो बहुत ज्यादा है तो वो ट्रस्ट हमें परेशान करता है।’
जुलाई में भी राहुल की गाड़ी से सिक्योरिटी ने दिया था धक्का
वोटर वेरिफिकेशन के विरोध में 9 जुलाई को विपक्ष ने बिहार बंद बुलाया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी विरोध में शामिल होने के लिए दिल्ली से पटना पहुंचे।
राहुल गांधी एक गाड़ी पर सवार होकर प्रदर्शन करते हुए चुनाव आयोग के ऑफिस के लिए निकले, उनके साथ तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी सहित अन्य नेता मौजूद थे।
इसी दौरान पूर्णिया सांसद पप्पू यादव भी गाड़ी पर चढ़ने की कोशिश करने लगे, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें धक्का देकर गाड़ी से उतार दिया था।
चुनावी साल में AC बस से ₹1254 में बिहार टू दिल्ली
दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ जैसे त्योहारों के लिए बिहार सरकार ने विशेष बस सेवाएं शुरू की है। दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल से बिहार तक की यात्रा सस्ती होगी, इसके लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों में सफर के लिए किराया तय कर दिया है। पीपीपी मोड में 50-60 सीटों की क्षमता वाली एसी, नॉन-एसी और एसी स्लीपर बस चलेंगी।
राजनीतिक पार्टियों ने नाम हटाने को 119 आवेदन दिए
राजनीतिक पार्टियों के बीएलओ के माध्यम से 32 दिनों में नाम हटाने के लिए 119 आवेदन और नाम जोड़ने के लिए 25 आवेदन दिया है। इसमें भाकपा माले ने नाम जोड़ने के लिए 15 और नाम हटाने के लिए 103 आवेदन दिया है। वहीं, राजद ने नाम जोड़ने के लिए 10 आवेदन, भाजपा ने नाम हटाने के लिए 16 आवेदन दिया है। शेष 6 राष्ट्रीय पाटियों और 4 राज्य पार्टियों के बीएलए के द्वारा कोई आवेदन नहीं दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने 3 लाख से अधिक मतदाताओं को नोटिस देकर जांच शुरू कर दी है। इसमें सीमांचल इलाके के सबसे अधिक मतदाता है। नोटिस दिए जाने वालों मतदाताओं में कुछ की पहचान बंगलादेशी और नेपाली नागरिक के रूप में हुई है। नोटिस दिए जाने वाले सभी मतदाताओं का पक्ष सुनने के बाद ईआरओ के द्वारा अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
2,17,049 लोगों ने चुनाव आयोग को नाम हटाने के लिए अर्जी दी
मतदाता सूची से जुड़े आवेदनों के निष्पादन की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। निर्वाचन विभाग के मुताबिक प्रारूप सूची में नाम जुड़वाने के लिए 36,475 लोगों ने आवेदन किया, जबकि 2,17,049 लोगों ने नाम हटाने के लिए अर्जी दी थी। इनमें से सोमवार तक 40,630 आवेदनों का निष्पादन पूरा कर लिया गया।
इसी तरह 18 साल या उससे अधिक आयु पूरी करने वाले 16,56,886 नए लोगों ने मतदाता बनने के लिए आवेदन दिया है। इनमें से अब तक 91,462 आवेदनों का निष्पादन किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, शेष आवेदनों पर भी प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई की जा रही है, ताकि 30 सितंबर को प्रकाशित होने वाली अंतिम मतदाता सूची में तैयार हो सके।
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