
कैमूर : बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने आज कैमूर जिले के ऐतिहासिक माँ मुण्डेश्वरी धाम परिसर के जिर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया। यह कार्य 6 करोड़ 28 लाख रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा।
इस योजना के तहत मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, पहली बार प्रवेश द्वार का निर्माण, कचरा प्रबंधन, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, पार्किंग और विश्राम स्थल का निर्माण कराया जाएगा। मंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में विकास सर्वोपरि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ऐसे कार्य किए जा रहे हैं, जो आस्था और आधुनिकता दोनों को जोड़ते हैं।
डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि माँ मुण्डेश्वरी मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि बिहार और पूरे भारत की सांस्कृतिक धरोहर है। यह मंदिर भारत का सबसे प्राचीन जीवित मंदिर माना जाता है, जिसकी स्थापना ईसा की दूसरी शताब्दी में हुई थी। यहाँ आज भी निरंतर पूजा-अर्चना होती है। मंदिर की अष्टकोणीय संरचना और दीवारों पर की गई नक्काशी इसे स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना बनाती है। इसके जिर्णोद्धार से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी और क्षेत्र का धार्मिक पर्यटन भी बढ़ेगा।
मंत्री ने बताया कि इस परियोजना में श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पेयजल, ठोस और तरल कचरे के प्रबंधन की व्यवस्था, पर्वत और जंगलों में वनरोपण, ईको-टूरिज्म और ट्रैकिंग ट्रेल्स जैसी योजनाएँ शामिल हैं। इससे न केवल मंदिर का संरक्षण होगा बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। लोककला, हस्तशिल्प और पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देकर स्थानीय समुदाय को प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि नवरात्र के समय यहाँ विशाल मेला लगता है, जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्यप्रदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस जिर्णोद्धार के बाद श्रद्धालुओं को और बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी और यहाँ का सांस्कृतिक महत्व और भी समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि मंदिर संरक्षण केवल पूजा-अर्चना से नहीं, बल्कि पीढ़ियों की साझी जिम्मेदारी से होता है। सरकार इस धरोहर को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मंत्री ने इस अवसर पर राज्य में हो रहे व्यापक विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बिहार अब तेजी से बदल रहा है। 2005 के पहले राज्य में विकास की स्थिति नगण्य थी, लेकिन आज सड़कों का जाल बिछ चुका है। एम्स, एयरपोर्ट और आधुनिक रेल सेवाओं से बिहार की कनेक्टिविटी मजबूत हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में 13000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है, जिनमें सड़क, रेल, बिजली, स्वास्थ्य और जलापूर्ति से जुड़ी योजनाएँ शामिल हैं।
मंत्री ने कहा कि बिहार की पहचान अब पिछड़े राज्य की नहीं, बल्कि तेजी से विकास करने वाले राज्य की हो रही है। डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता यही है कि विकास और आस्था साथ-साथ आगे बढ़ें। माँ मुण्डेश्वरी धाम का जिर्णोद्धार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यहाँ आने वाले समय में श्रद्धालुओं को न केवल आध्यात्मिक शांति मिलेगी, बल्कि यह स्थल अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर भी चमकेगा।
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