
बिहार इस समय भीषण गर्मी की चपेट में हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने आज यानी मंगलवार को पटना समेत 32 जिलों में हीट वेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में पारा 42 डिग्री के पार जा सकता है। बाकी 6 जिलों में हीट वेव का यलो अलर्ट है।
वहीं, मानसून की गतिविधि फिलहाल थम गई है। लिहाजा बिहार में मानसून आने में देरी हो सकती है। आमतौर पर मानसून की बिहार में 15 जून तक एंट्री हो जाती है, लेकिन अब 17 या 18 जून से मानसून की एंट्री हो सकती है।
बीते दिन यानी सोमवार को पटना समेत 3 जिलों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। रोहतास सबसे गर्म जिला रहा। यहां का अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, पटना का तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि गया में पारा 40.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
इन जिलों में लोगों को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी गई है। विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और पहले से बीमार लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
क्यों बढ़ रही है गर्मी?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस भीषण गर्मी के पीछे दक्षिण-पश्चिम मानसून की सुस्ती और प्रदेश में शुष्क पछुआ हवाओं का प्रभाव मुख्य कारण हैं।
आमतौर पर जून के दूसरे सप्ताह तक राज्य में मानसून की पहली बारिश हो जाती है, लेकिन इस बार मानसून की गति काफी धीमी है। वातावरण में नमी की कमी के कारण तापमान तेजी से बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि शुष्क हवाएं वातावरण में नमी की मात्रा को कम कर रही हैं, जिससे गर्मी ज्यादा महसूस हो रही है। जब तक मानसून सक्रिय नहीं होता, तब तक इस स्थिति में सुधार की संभावना कम है।
मानसून कहां अटका है?
बिहार में मानसून का प्रवेश सीमांचल क्षेत्र के किशनगंज से होता है। वर्तमान में मानसून पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में ही अटका हुआ है और पिछले 11 दिनों से इसमें कोई विशेष प्रगति नहीं हुई है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून के आगे बढ़ने के लिए जरूरी स्थितियां अभी अनुकूल नहीं है। राज्य में पछुआ हवा और उत्तर दिशा से आ रही हवा मानसून की प्रगति में बाधा बन रही हैं।
ऐसे में बिहार में मानसून की एंट्री इस बार परंपरागत समय से देरी से हो सकती है, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में सूखे जैसे हालात भी उत्पन्न हो सकते हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान किसी भी जिले में बारिश नहीं हुई। पटना समेत कई जिलों में लोग उमस भरी गर्मी से परेशान रहे।
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