
- बिहार के पूर्णिया से फ्राडगिरी का केस साममे आया है जहां, एक गिरोह ने कई लोगों के धोखे से फिंगर प्रींट चुरा कर उनके बैंक अकाउंट से पैसे चुराता था. समाज में ऐसे धोखाधड़ी के केस रोज हीं सामने आते हैं, जहां किसी फ्राड व्यक्ति के द्वारा अनजान लोगों के पैसे से लेकर उनका डाटा चोरी करना उनके लिए आम हो गया है. ऐसे लोग उन व्यतियों को तारगेट करते है जो टेक्निकल मामलों के ज्यादा जानकार नहीं होते या गांव-खेड़े के बूजूर्ग लोग जिनको टेक्निकली ज्यादा असूविधाएं होतीं है. ऐसे लोग ऑनलाइन सूविधाओं का ज्यादा इस्तमाल नहीं करते है और अपने बैंक या आधार के काम से साइबर कैफे में जाते हैं जहां वे ठगी के सिकार हो जाते हैं.
पूर्णिया पुलिस ने आधार अपडेट कराने के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह के बदमाश को अरेस्ट किया है। शातिर व्यक्ति आधार अपडेट और मोबाइल नंबर लिंक करने के एवज में लोगों के बायोमेट्रिक डेटा की चोरी कर खाते से अवैध निकासी करते थे। एक फर्जी वेबसाइट का इस्तेमाल करते थे।
शातिर ने ऐसा कर लाखों की संपत्ति बनाई और इन रुपयों से खूब ऐश मौज किया। पुलिस ने गिरोह के मास्टर माइंड को धर दबोचा है एंव गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुटी है।
शातिर गिरोह के सदस्य Tech UCL 2.0 नाम की फर्जी वेबसाइट के जरिए लोगों के बायोमेट्रिक डेटा की चोरी करते, इसके बाद AEPS सिस्टम से खाते से अवैध निकासी करते। शातिर ने ऐसा कर लाखों की संपत्ति बनाई।
पकड़े गए मास्टरमाइंड की पहचान सुरज कुमार उर्फ सुरज राम के रूप में हुई है। जो के.नगर थाना के झुन्नी कला गांव का रहने वाला है। पुलिस ने शातिर को बनमनखी के जानकीनगर से गिरफ्तार किया है।
साइबर थानाध्यक्ष डीएसपी चंदन कुमार ठाकुर ने बताया कि 8 जून 2025 को साइबर थाना पूर्णिया को सूचना मिली थी कि जानकीनगर थाना क्षेत्र में AEPS के जरिए एक गिरोह लोगों के बैंक खातों से अवैध रूप से पैसे निकाल रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पुलिस उपाधीक्षक सह साइबर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में साइबर थाना के एसआई संतोष कुमार झा ने जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि नौलखी स्थित केशव कॉमन सर्विस सेंटर से आधार अपडेट और मोबाइल लिंक कराने के नाम पर लोगों की निजी जानकारी लेकर ठगी की जा रही है। जब साइबर थाना की टीम सेंटर पर पहुंची, तो संचालक केशव कुमार फरार मिला। तलाशी में मोबाइल लिंक से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए।
जांच में सामने आया कि Tech UCL 2.0 नाम की फर्जी वेबसाइट के जरिए सुरज कुमार अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाल रहा है। वह Ration & Learning License/Tec/IIBF Exam Work Fast नाम से एक ग्रुप भी चला रहा था। जिसमें कई CSC सेंटर संचालक जुड़े हैं।
ये लोग आधार जोड़ने और अपडेट करने के नाम पर लोगों का मोबाइल नंबर, फिंगरप्रिंट और खाता विवरण स्टोर कर लेते हैं और फिर बाद में AEPS के जरिए पैसे निकाल लेते हैं। सुरज कुमार के मोबाइल से Tech UCL 2.0 वेबसाइट से जुड़ा वीडियो भी मिला है।
गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से फिंगर स्कैनर, मॉनिटर, सीपीयू, माउस, लैपटॉप, मोबाइल और आईडी बरामद किया गया। ऐसे में साइबर डीएसपी चंदन ठाकुर ने आम लोगों से अपील की है की वे आधार सेंटर में ही जाकर अपला आधार अपडेट करवाएं। गांव प्रखंडों में आधार अपडेट के नाम पर फर्जी बेवसाइट से ठगी हो सकती है। यहां उन्हें सर्तक और सजग रहने कि आवसयकता है.
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