
बजट पेश होने के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरा है। राहुल गांधी अभिषेक बनर्जी और हरसिमरत कौर बादल समेत तमाम नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त कीं। मायावती ने इसे राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बताया है। जयराम रमेश ने कहा कि बिहार में चुनाव के कारण वहां ये एलान किए गए हैं। वहीं सत्ता पक्ष के नेताओं ने बजट की जमकर सराहना की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में बजट 2025 पेश कर दिया। इस पर तमाम नेताओं की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है। जहां भाजपा और उसके सहयोगी दल के नेता बजट को ऐतिहासिक बता रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे खोखले दावों वाला बता रहा है।
—— योगी आदित्यनाथ ने की तारीफ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक के बाद एक 7 पोस्ट कर बजट 2025 के लिए मोदी सरकार की सराहना की। उन्होंने लिखा, ‘केंद्रीय वित्त मंत्री ने आज जो बजट प्रस्तुत किया, वह विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा।’
उन्होंने लिखा कि ‘किसान क्रेडिट कार्ड पर ऋण की सीमा को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख करने का निर्णय अत्यंत अभिनंदनीय है। युवाओं के सशक्तिकरण के लिए ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑफ स्किलिंग’ व ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन AI फॉर एजुकेशन’ की स्थापना का निर्णय अत्यंत सराहनीय और स्वागत योग्य है।’
—— नीतीश कुमार ने किया स्वागत
* बजट 2025 में बिहार के लिए कई एलान किए गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके लिए मोदी सरकार को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा, ‘केन्द्रीय बजट सकारात्मक एवं स्वागत योग्य है। इस बजट के माध्यम से केन्द्र सरकार द्वारा देश के विकास की गति को और बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। बजट में बिहार के लिए जो घोषणाएं की गई हैं, उनसे बिहार के विकास को और गति मिलेगी।’
* उन्होंने लिखा कि ‘बजट में गरीब, युवा, किसानों के हित में कई कदम उठाए गए हैं, यह स्वागत योग्य है। एक बेहतर बजट पेश करने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देता हूं।’
* कांग्रेस ने साधा निशाना
बजट पर कांग्रेस के नेताओं नी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राहुल गांधी ने कहा कि बजट गोली के घाव पर पट्टी लगाने जैसा है। वहीं जयराम रमेश ने कहा कि बजट में विकास का इंजन पटरी से उतर गया है। उन्होंने कहा कि बिहार में चुनाव होने हैं, इस कारण वहां के लिए योजनाओं का एलान किया गया।
वहीं मनीष तिवारी ने निशाना साधते हुए कहा कि ये बिहार सरकार का बजट है या भारत सरकार का। वहीं कार्ति चिदंबरम ने कहा कि पिछले बजट में भी कई घोषणाओं का एलान हुआ था, लेकिन उनका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि जिस राज्य में चुनाव होते हैं, उसे ज्यादा तरजीह मिलती है। वहीं शशि थरूर ने कहा कि आयकर में छूट के लिए लोगों के पास रोजगार भी होना चाहिए।
अकाली दल और टीएमसी भी भड़के
शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि बजट में सिर्फ बिहार का ही जिक्र है, पंजाब के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि यह किसान विरोधी बजट है। कौर ने कहा कि किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं है।
वहीं टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने बजट को बिहार को समर्पित बताया। उन्होंने कहा कि ‘बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है। बिहार में चुनाव हैं, इसलिए सब कुछ वहीं दे दिया गया है। 10 साल के भाजपा के शासन में बंगाल को कुछ नहीं मिला।’
* कुंभ पर अड़े अखिलेश यादव
बजट पेश होने के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कुंभ में मची भगदड़ में मरने वालों के आंकड़ों की मांग की थी। अखिलेश ने कहा कि उनका डाटा बजट से ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने सरकार पर मौत के झूठे आंकड़े देने का आरोप लगाया।
वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि ‘भाजपा सरकार का बजट, कांग्रेस की ही तरह, राजनीतिक स्वार्थ का अधिक व जन एवं देशहित का कम लगता है। अगर ऐसा नहीं है तो इस सरकार में भी लोगों का जीवन लगातार तंग, बदहाल व दुखी क्यों है?’
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