
बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर तीन जिलों के जवान नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चला रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर मुठभेड़ में अब तक 17 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. यहां नक्सलियों के बटालियन जवानों की मुठभेड़ चल रही है। जानकारी के अनुसार, बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर तीन जिलों के जवान नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चला रहे हैं।
मारे गए बड़े नक्सली?
माओवादियों के बड़े कैडरों की मौजूदगी की सूचना पर डीआरजी बीजापुर, डीआरजी सुकमा, डीआरजी दंतेवाड़ा, कोबरा 204, 205, 206, 208, 210 एंव केरिपु 229 बटालियन की संयुक्त टीम ऑपरेशन चला रही है. सुबह 09:00 बजे से सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर मुठभेड़ जारी है।
क्या बोले सीएम विष्णुदेव साय ?
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर मुठभेड़ के दौरान पुलिस द्वारा नक्सलियों को मार गिराए जाने की जानकारी मिलने पर नक्सल विरोधी अभियान की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की पुलिस को नक्सलियों के विरुद्ध एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नक्सलवाद के अंधकार को मिटाकर प्रदेश में शांति और विकास की रौशनी फैलाने हम दृढ़ संकल्पित हैं। आईईडी विस्पोट की चपेट में आए जवान
गुरुवार को ही बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट होने से सीआरपीएफ की कोबरा इकाई के दो कमांडो घायल हो गए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना बासागुड़ा थाना क्षेत्र में तड़के उस समय हुई जब सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम क्षेत्र में वर्चस्व अभियान पर निकली थी. उन्होंने बताया कि इस अभियान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 229वीं बटालियन और सीआरपीएफ की एक विशिष्ट जंगल युद्ध इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन) की 206वीं बटालियन के जवान शामिल थे। अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जवान अनजाने में प्रेशर आईईडी के संपर्क में आ गए, जिससे विस्फोट हो गया और उनमें से दो घायल हो गए।
Discover more from जन विचार
Subscribe to get the latest posts sent to your email.