
बुधवार को भूकंप सुरक्षा सप्ताह का उद्घाटन अपर समाहर्ता कैमूर द्वारा दीप प्रज्वलित कर भूकंप सुरक्षा सप्ताह का उद्घाटन किया गया। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त निर्देश के आलोक में दिनांक 15- 21 जनवरी 2025 तक भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनाया जाना है।
दिनांक 15-21 जनवरी 2025 के बीच जिला मुख्यालय से अंचल मुख्यालय तक आपदा जोखिम न्यूनीकरण है तो जनजागरूकता के विविध कार्यक्रम किए जाएंगे।
विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं के बीच भूकंप एवं उससे सुरक्षा बचाव की तैयारी के विषय पर जानकारी देने का निर्देश दिया गया। भूकंप से बचाव संबंधी जागरूकता के प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया गया।प्रखंड/अंचल स्तर पर पंचायत एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को भूकंपरोधी एवं आपदा रोधी भवनों के निर्माण तथा भूकंप से सुरक्षा संबंधी उपायों के संबंध में संवेदित करने हेतु प्रशिक्षण/बैठक करने का निर्देश दिया गया।
आपदा प्रबंधन विभाग बिहार सरकार के गाइडलाइंस तथा जिला पदाधिकारी कैमूर के आदेश के आलोक में कैमूर जिले में दिनांक 15 से 21 जनवरी तक भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा।
विदित है कि वर्ष 2012 से ही राज्य में प्रतिवर्ष भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है।पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष भी भूकंप सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा।
जिला पदाधिकारी द्वारा निर्गत आदेश के तहत दिनांक 16 से 21 जनवरी तक विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के बीच भूकंप के विषय पर विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा,जिसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
दिनांक 17 से 19 जनवरी के बीच में प्रखंड स्तर पर पंचायत एवं अन्य जनप्रतिनिधियों तथा राजमिस्त्रियों को भूकंप से बचाव एवं भूकंपरोधी एवम् आपदा रोधी भवनों के निर्माण संबंधी उपायों के बारे में जानकारी दिया जाएगा। इसके संबंध में कार्यपालक अभियंता स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन तथा सभी अंचल अधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।इसी प्रकार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त लघु फिल्में एवं अन्य जागरूकता संबंधी जानकारी का प्रचार प्रसार इस सुरक्षा सप्ताह के बीच किया जाएगा, जिसके लिए कार्यपालक पदाधिकारी भभुआ एवं सभी नगर पंचायत के पदाधिकारी को नोडल अवसर बनाया गया है।
अपर समाहर्ता ओम प्रकाश मंडल ने बताया कि बिहार भूकंप की दृष्टिकोण से भूकंप प्रवण क्षेत्र में आता है। राज्य के सभी जिले भूकंप के सर्वाधिक संवेदनशील जोन 5,4 एवं तीन के तहत आते हैं।अभी तक भूकंप पूर्वानुमान की कोई सटीक सूचना प्रणाली विकसित नहीं हुई है जिससे कि इसकी पूर्व जानकारी प्राप्त हो सके। भूकंप को रोक नहीं जा सकता किंतु इसके निपटने की पूर्व तैयारी एवं जागरूकता से इसके कारण होने वाली जान एवं माल की क्षति को काफी हद तक रोका जा सकता है।आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा निर्देश के आलोक में जिला पदाधिकारी कैमूर द्वारा सभी विभागों एवं स्टेकहोल्डर्स के बीच जिम्मेदारी का विभाजन किया गया है।सभी के सहयोग से भूकंप सुरक्षा सप्ताह सफलतापूर्वक मनाया जाएगा तथा आम जनमानस को भूकंप के बचाव एवं भूकंप रोधी भवनों के निर्माण तथा अन्य उपाय के संबंध में जानकारी दी जाएगी।
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