
बिहार में चुनाव सर पर है और सियासत चरम पर।
आए दिन पक्ष और विपक्ष द्वारा आरोप प्रत्यारोप की रेलगाड़ियां चलती ही रहती हैं, जहां एक तरफ नीतीश कुमार के राजद के पाले में जाने की अफवाह पर लोग कान लगाए बैठे हैं तो वहीं दूसरी और बीपीएससी छात्रों के आंदोलन को बीजेपी और जेडीयू छोड़कर हर चुनावी पार्टी हाईजैक करने के इंतजाम में लगी है।
इसी क्रम में बिहार राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश युवा सचिव सुनील कुमार रवि ने एक बड़ा धमाका किया है उन्होंने एक प्रेस मीटिंग आयोजित कर बताया कि लगभग 12 साल पहले जो स्पेक्ट्रम घोटाले की अफवाह फैलाई गई थी वह पूर्व नियोजित थी। इसमें तत्काल की राजद समर्थित कांग्रेस की यूपीए सरकार का कोई हाथ नहीं था।
उन्होंने इसे क्रमवार समझते हुए कहा कि इस देश में दो तंत्र है, एक लोकतंत्र और दूसरा वोट तंत्र। लोक तंत्र मुखौटा है। बाकी वोट तंत्र के बल पर लोक शाही का चाबुक जनता की पीठ पर।-
षड्यंत्र इस स्तर पे होता है
11-12 साल पहले फैले एक अफवाह से देश कैसे तबाह हुआ?
पहला व्यक्ति विनोद राय ने 1.76 लाख करोड़ के स्पेक्ट्रम घोटाले की अफवाह फैलाई थी
दूसरे व्यक्ति अन्ना हजारे ने “इस घोटाले” का विरोध किया था।
तीसरी व्यक्ति किरण बेदी ने इस विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से भाग लिया।
चौथे व्यक्ति अरविंद केजरीवाल ने इस विरोध को हाईजैक किया।
पांचवे व्यक्ति रामदेव ने काले धन का एंगल जोड़ा और इस विरोध को और बड़ा बनाया।
छठे व्यक्ति सुब्रमण्यम स्वामी इस विरोध को सर्वोच्च न्यायालय में ले गये।
सातवें व्यक्ति नरेंद्र मोदी ने इसी विरोध प्रदर्शन के आधार पर बने माहौल का फायदा उठा देश में सत्ता हासिल कर लिया।
2017 में देश के सर्वोच्च अदालत ने फैसला सुनाते हुए कहा कोई घोटाला नहीं हुआ और सभी को बरी किया जाता है।
इसके बाद इन ने सर्वोच्च न्यायालय में लिखित रूप से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह जी से माफी भी मांगी
अब सात साल बाद
पहले व्यक्ति विनोद राय को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया साथ ही बैंक ऑफ बोर्ड का प्रमुख नियुक्त किया गया जहां वो मोटा वेतन प्राप्त कर रहे हैं।
दूसरे व्यक्ति अन्ना हजारे को जेड प्लस सुरक्षा दी गई और कई सरकारी सुविधाएं मिल रही है।
• तीसरी व्यक्ति किरण बेदी ने बीजेपी जॉइन किया और दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीएम उम्मीदवार घोषित किया गया हार के बाद LG का पद मिला।
• चौथे व्यक्ति केजरीवाल ने आरएसएस के समर्थन से राजनीतिक दल बना लिया और दिल्ली के सीएम बने।
• पांचवे व्यक्ति रामदेव पहले योग का दुकान चलाते थे अब स्वदेशी के नाम पर सरकारी सहयोग से अरबपति व्यवसायी हैं
• छठे व्यक्ति सुब्रमण्यम स्वामी आज भाजपा के राज्यसभा में सांसद हैं।
• सातवें व्यक्ति नरेंद्र मोदी आज देश के प्रधानमंत्री हैं। लोकतंत्र की खूबसूरती का मजाक उड़ाया जा रहा है और आमजन मुक दर्शक बने हुए हैं । हालांकि नेताजी की बात को सत्ता पक्ष के लोग कितनी गंभीरता से लेते हैं यह तो देखने वाली बात होगी लेकिन उनके इन आरोपों से बिहार में नया चुनावी बवाल खड़ा होने की उम्मीद लग रही है।
Discover more from जन विचार
Subscribe to get the latest posts sent to your email.