
दिनांक 20 अक्टूबर 2024 को कैमूर (भगवानपुर प्रखंड) के कसेर गांव के श्री राजेंद्र सिंह के पुत्र अंकित सिंह को अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय , रीवा (मध्य प्रदेश) में आयोजित व भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दर्शन परिषद् मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ के 20वें वार्षिक राष्ट्रीय अधिवेशन में श्री बंशरूप सिंह युवा दार्शनिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बताते चले कि यह पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र प्रस्तुत करने के लिए प्रतिवर्ष दिया जाता है। इस वर्ष यह पुरस्कार अंकित सिंह के शोधपत्र ” श्री अरविंद के दर्शन में अध्यात्मिक जीवन मूल्य ” विषय को दिया गया। हमसे बातचीत के क्रम में अंकित सिंह ने बताया कि इस पुरस्कार के लिए 12 राज्यों के शोधछात्रों ने भागीदारी की थी लेकिन मूल्यांकन समीति के पहला नाम उनका चयन किया। ज्ञात हो अंकित सिंह BHU (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) के दर्शन एवं धर्म विभाग के पूर्व छात्र रहे हैं,वर्तमान में अंकित सिंह, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा महाराष्ट्र के दर्शन एवं संस्कृति विभाग में पूर्व विभागाध्यक्ष डाॅ जयंत उपाध्याय के मार्गदर्शन में शोध कर रहे है। शोधार्थी अंकित सिंह ने श्री बंशरूप सिंह युवा दार्शनिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार दर्शन परिषद (मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़) के 20वें राष्ट्रीय अधिवेशन, रीवा में प्रदान किया गया है। इस पुरस्कार के लिए 12 राज्यों के लगभग 100 शोधार्थियों ने भाग लिया था। यह पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र प्रस्तुत करने के लिए प्रतिवर्ष दिया जाता है। इस वर्ष यह पुरस्कार अंकित सिंह के शोधपत्र “श्री अरविंद के दर्शन में अध्यात्मिक जीवन मूल्य ” विषय पर प्रदान किया गया।
हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह ने अंकित सिंह सहित शोध निर्देशक डॉ जयंत उपाध्याय को इस उपलब्धि पर बधाई दी और कहा, “यह विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि हमारे छात्र ऐसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल कर रहे हैं।”
इस मौके पर उनके बड़े भाई BJP (भारतीय जनता पार्टी)प्रखंड अध्यक्ष संतोष सिंह (गोलू सिंह), गौतम सिंह, मिट्ठू सिंह, शीठठु सिंह, भांजी (धीरज सिंह)सिंह बसपा प्रदेश सचिव अरविंद सिंह प्रधानाचार्य भगवानपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय ने खुशी जाहिर की है!
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