
सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई के बीच की दुश्मनी 1998 में शुरू हुई थी, जब सलमान खान पर उनके फिल्म “हम साथ-साथ हैं” की शूटिंग के दौरान एक काले हिरण के शिकार का आरोप लगा था। काले हिरण को बिश्नोई समुदाय द्वारा पवित्र माना जाता है, और वे वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए जाने जाते हैं।
प्रारंभिक घटनाएँ
लॉरेंस बिश्नोई, जो उस समय केवल पांच साल का था, बड़े होते-होते सलमान खान के प्रति गहरी नफरत से भर गया। 2018 में, बिश्नोई ने खुलेआम सलमान खान को मारने की धमकी दी थी। बिश्नोई का कहना था कि अगर सलमान को सजा नहीं मिली, तो वह खुद उन्हें मार देंगे।
बढ़ती दुश्मनी
समय के साथ, बिश्नोई की सलमान के प्रति दुश्मनी और बढ़ती गई। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब 2024 में बिश्नोई के गिरोह ने महाराष्ट्र के राजनीतिज्ञ बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली। इसे सलमान खान को डराने और परेशान करने के लिए एक बड़े अभियान का हिस्सा माना जा रहा है।
कानूनी और सुरक्षा उपाय
इस विवाद के कारण सलमान खान की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है। पुलिस ने समय रहते बिश्नोई के गिरोह द्वारा सलमान खान के घर पर हमले की योजना को नाकाम किया। इसके बावजूद, सलमान खान और उनकी सुरक्षा टीम को हमेशा सतर्क रहना पड़ता है।
धार्मिक और सामुदायिक दृष्टिकोण
बिश्नोई के अनुसार, काले हिरण का शिकार करना उनके धार्मिक विश्वासों का उल्लंघन था। उन्होंने इसे अपने समुदाय के सम्मान का मामला बना लिया। कुछ लोग बिश्नोई की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हैं, जबकि अन्य लोग सलमान खान के साथ सहानुभूति रखते हैं और इस तरह की धमकियों को गलत मानते हैं।
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